Current Topics for Speech in Hindi | September – वर्तमान विषयों पर भाषण 2024

Current Topics for Speech in Hindi |  वर्तमान विषयों पर भाषण

Current Topics for Speech in Hindi: वर्तमान विषयों पर भाषण का महत्व यह है कि यह श्रोताओं को समयानुसार महत्वपूर्ण मुद्दों और घटनाओं से अवगत कराता है। ऐसे भाषण समाज में जागरूकता बढ़ाने और विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श को प्रोत्साहित करते हैं। छात्रों के लिए, यह भाषण देने का अवसर होता है जिससे वे नवीनतम घटनाओं को समझने, उनका विश्लेषण करने और अपनी राय व्यक्त करने की क्षमता विकसित करते हैं। इसके अलावा, वर्तमान विषयों पर भाषण देना उनकी सामान्य ज्ञान और सामयिक मामलों की समझ को भी मजबूत करता है।

101 Current Topics for Speech in Hindi -August 2024

स्वच्छ भारत अभियान

स्वच्छ भारत अभियान, जिसे महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर 2 अक्टूबर 2014 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया था, का उद्देश्य पूरे भारत में स्वच्छता को बढ़ावा देना है।

इस अभियान का मुख्य उद्देश्य सार्वजनिक स्थानों और ग्रामीण क्षेत्रों में सफाई सुनिश्चित करना, खुले में शौच को समाप्त करना और स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाना है।

स्वच्छ भारत अभियान ने लाखों लोगों को स्वच्छता की दिशा में प्रेरित किया है और सामुदायिक सहयोग से कई क्षेत्रों में सफाई और स्वच्छता के स्तर में सुधार किया है।

स्वच्छ भारत अभियान एक महत्वपूर्ण कदम है, जो हमारे देश को स्वस्थ और स्वच्छ बनाने में मदद करेगा।

डिजिटल इंडिया

डिजिटल इंडिया अभियान, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 जुलाई 2015 को शुरू किया था, का उद्देश्य देश को एक डिजिटल रूप से सशक्त समाज और ज्ञान अर्थव्यवस्था में बदलना है।

इस पहल का लक्ष्य हर नागरिक को डिजिटल सेवाओं, ज्ञान और सूचना तक पहुंच प्रदान करना है।

डिजिटल इंडिया के तहत, इंटरनेट कनेक्टिविटी को बढ़ावा दिया गया, डिजिटल साक्षरता को बढ़ाया गया, और सरकारी सेवाओं को ऑनलाइन लाया गया।

इसके परिणामस्वरूप, शिक्षा, स्वास्थ्य, बैंकिंग, और सरकारी योजनाओं में पारदर्शिता और पहुंच में सुधार हुआ है।

डिजिटल इंडिया ने देश को तकनीकी रूप से मजबूत और आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

महिला सशक्तिकरण

महिला सशक्तिकरण का मतलब है महिलाओं को उनके अधिकार और अवसर प्रदान करना ताकि वे समाज में स्वतंत्र रूप से और आत्मनिर्भर होकर जी सकें।

यह सशक्तिकरण महिलाओं को शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, और राजनीति में बराबर की भागीदारी देने से शुरू होता है।

जब महिलाएं सशक्त होती हैं, तो वे न केवल अपने परिवार और समुदायों को समृद्ध करती हैं, बल्कि पूरे समाज का विकास करती हैं।

सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाएं जैसे बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, महिला आरक्षण बिल, और स्वरोजगार योजनाएं, महिला सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं। हमें मिलकर महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए प्रयासरत रहना चाहिए।

नारी सुरक्षा

नारी सुरक्षा एक अत्यंत महत्वपूर्ण मुद्दा है, जो समाज की स्थिरता और विकास के लिए आवश्यक है।

हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हर महिला सुरक्षित महसूस करे और अपने जीवन के हर क्षेत्र में बिना किसी डर के स्वतंत्र रूप से कार्य कर सके।

सरकार ने महिला सुरक्षा के लिए कई कदम उठाए हैं, जैसे 1090 हेल्पलाइन, सेफ सिटी प्रोजेक्ट, और महिला हेल्प डेस्क। इसके साथ ही, हमें समाज में जागरूकता फैलाने और महिलाओं के प्रति सम्मान की भावना को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। नारी सुरक्षा केवल कानूनों से नहीं, बल्कि सामूहिक प्रयासों और मानसिकता में बदलाव से संभव हो सकती है।

आत्मनिर्भर भारत

आत्मनिर्भर भारत का मतलब है एक ऐसा भारत, जो आत्मनिर्भरता और स्वावलंबन के सिद्धांतों पर आधारित हो।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2020 में आत्मनिर्भर भारत अभियान की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य है भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाना और देश को आत्मनिर्भर बनाना।

इसके तहत, “मेक इन इंडिया” को बढ़ावा दिया गया, ताकि अधिक से अधिक वस्तुओं का उत्पादन देश में ही हो सके। इस अभियान के तहत सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों को प्रोत्साहन दिया जा रहा है, और तकनीकी नवाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है।

आत्मनिर्भर भारत का सपना तभी साकार होगा जब हम सब मिलकर स्थानीय उत्पादों का समर्थन करेंगे और अपने देश की आर्थिक स्थिति को मजबूत करेंगे।

भारतीय कृषि सुधार

भारतीय कृषि सुधारों का उद्देश्य किसानों की स्थिति को सुधारना और कृषि को अधिक लाभदायक बनाना है।

सरकार ने नए कृषि कानूनों को लागू किया है, जिससे किसानों को अपनी फसलें स्वतंत्र रूप से बेचने की सुविधा मिलती है।

इसके अलावा, न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) और फसल बीमा योजनाएं किसानों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करती हैं।

इन सुधारों से किसानों की आय बढ़ाने, कृषि में निवेश को बढ़ावा देने और कृषि क्षेत्र को आधुनिक बनाने में मदद मिलेगी।

कृषि सुधारों का सही और व्यापक लाभ तभी मिलेगा जब सभी किसान इन नीतियों का सही तरीके से उपयोग करेंगे और सरकार उनकी समस्याओं को सुनकर समाधान करेगी।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का उद्देश्य भारत की शिक्षा प्रणाली को आधुनिक और समावेशी बनाना है।

यह नीति शिक्षा के हर स्तर पर सुधार लाने का प्रयास करती है, जिसमें स्कूली शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक शामिल हैं।

इसके तहत, मातृभाषा में प्राथमिक शिक्षा पर जोर दिया गया है, जिससे बच्चों की नींव मजबूत हो। व्यावसायिक शिक्षा को भी बढ़ावा दिया गया है ताकि छात्र रोजगार के लिए तैयार हों।

नीति में 5+3+3+4 संरचना को अपनाया गया है, जिससे छात्रों की विविधता और जरूरतों के अनुसार शिक्षा प्रदान की जा सके। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का लक्ष्य भारत को ज्ञान की महाशक्ति बनाना है।

जलवायु परिवर्तन

जलवायु परिवर्तन आज की दुनिया की सबसे गंभीर चुनौतियों में से एक है। इसके परिणामस्वरूप ग्लेशियर पिघल रहे हैं, समुद्र का स्तर बढ़ रहा है और मौसम पैटर्न में भारी बदलाव हो रहे हैं।

इससे प्राकृतिक आपदाएं, जैसे बाढ़, सूखा, और तूफान अधिक सामान्य हो गए हैं। जलवायु परिवर्तन को रोकने के लिए हमें अपनी जीवनशैली में बदलाव लाना होगा।

ऊर्जा के नवीकरणीय स्रोतों का उपयोग, वनों की कटाई रोकना, और ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन को कम करना आवश्यक है।

हमें मिलकर काम करना होगा ताकि हम अपनी पृथ्वी को बचा सकें और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण सुनिश्चित कर सकें।

भारतीय स्टार्टअप्स

भारतीय स्टार्टअप्स ने हाल के वर्षों में तेजी से विकास किया है और वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बनाई है।

ये स्टार्टअप्स न केवल रोजगार सृजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, बल्कि नवाचार और तकनीकी प्रगति में भी योगदान दे रहे हैं।

सरकार की स्टार्टअप इंडिया योजना ने नए उद्यमियों को प्रोत्साहित किया है और उन्हें आवश्यक संसाधन और सहायता प्रदान की है।

बायजूज, ओला, और फ्लिपकार्ट जैसे स्टार्टअप्स ने सफलता के नए मानक स्थापित किए हैं।

भारतीय स्टार्टअप्स का भविष्य उज्ज्वल है और ये देश की आर्थिक विकास और आत्मनिर्भरता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। हमें इन उद्यमों को प्रोत्साहित करते रहना चाहिए।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधुनिक तकनीक का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है।

AI का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में हो रहा है, जैसे स्वास्थ्य, शिक्षा, परिवहन, और व्यापार। AI की मदद से हम समस्याओं को अधिक कुशलता से हल कर सकते हैं और नई संभावनाओं का पता लगा सकते हैं।

उदाहरण के लिए, चिकित्सा क्षेत्र में AI का उपयोग रोगों के निदान और उपचार में हो रहा है। शिक्षा में, AI छात्रों के लिए व्यक्तिगत शिक्षण अनुभव प्रदान कर रहा है।

हालांकि, इसके साथ ही, AI के नैतिक और सामाजिक प्रभावों पर भी ध्यान देना आवश्यक है। हमें AI का सही और जिम्मेदार उपयोग करना चाहिए ताकि यह मानवता के लिए लाभकारी हो सके।

स्वास्थ्य एवं पोषण

स्वास्थ्य और पोषण हमारे जीवन के महत्वपूर्ण पहलू हैं। अच्छे स्वास्थ्य के लिए संतुलित आहार और नियमित व्यायाम आवश्यक हैं। संतुलित आहार में विटामिन, मिनरल, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, और वसा का सही अनुपात होना चाहिए।

ताजे फल, सब्जियां, साबुत अनाज, और प्रोटीन से भरपूर खाद्य पदार्थ हमारे शरीर को आवश्यक पोषण प्रदान करते हैं। पानी की उचित मात्रा पीना भी महत्वपूर्ण है।

स्वस्थ जीवनशैली में योग और ध्यान को शामिल करना हमें मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य बनाए रखने में मदद करता है। सही पोषण और स्वास्थ्य का ध्यान रखकर हम न केवल बीमारियों से बच सकते हैं, बल्कि एक ऊर्जावान और खुशहाल जीवन भी जी सकते हैं।

पर्यावरण संरक्षण

पर्यावरण संरक्षण आज के समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है। बढ़ती प्रदूषण, वनों की कटाई, और जलवायु परिवर्तन ने हमारे पर्यावरण को गंभीर खतरे में डाल दिया है।

हमें प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण करना चाहिए और उनका स्थायी उपयोग सुनिश्चित करना चाहिए। इसके लिए हमें वृक्षारोपण को बढ़ावा देना, प्लास्टिक का उपयोग कम करना, और ऊर्जा के नवीकरणीय स्रोतों को अपनाना चाहिए।

जल संरक्षण और कचरे का पुनर्चक्रण भी महत्वपूर्ण है। हर व्यक्ति का यह कर्तव्य है कि वह पर्यावरण संरक्षण में योगदान दे।

हमें मिलकर काम करना होगा ताकि हम अपने भविष्य को सुरक्षित और स्वच्छ बना सकें।

जल संकट

जल संकट आज की सबसे गंभीर समस्याओं में से एक है। विश्वभर में पीने योग्य पानी की कमी बढ़ती जा रही है, और इसके परिणामस्वरूप कई क्षेत्रों में सूखा और जल की कमी का सामना करना पड़ रहा है।

जल संकट का प्रमुख कारण अत्यधिक जल दोहन, वनों की कटाई, और जलवायु परिवर्तन है। हमें जल संरक्षण की दिशा में ठोस कदम उठाने की जरूरत है, जैसे वर्षा जल संचयन, पानी की बचत, और जल पुनर्चक्रण।

हर व्यक्ति को पानी की बचत के महत्व को समझना चाहिए और अपने दैनिक जीवन में पानी का उचित उपयोग करना चाहिए। जल ही जीवन है, इसे बचाना हमारी जिम्मेदारी है।

प्लास्टिक मुक्त भारत

प्लास्टिक मुक्त भारत का सपना साकार करना हमारा उद्देश्य होना चाहिए। प्लास्टिक प्रदूषण ने हमारे पर्यावरण को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। नदियों, समुद्रों, और मिट्टी में प्लास्टिक कचरे का ढेर लगा हुआ है, जिससे वन्यजीव और मानव स्वास्थ्य दोनों को खतरा है।

हमें प्लास्टिक के उपयोग को कम करना होगा और इसके विकल्पों को अपनाना होगा, जैसे कपड़े और जूट के थैले, धातु और कांच के कंटेनर।

सरकार द्वारा प्लास्टिक प्रतिबंध के प्रयासों का समर्थन करना आवश्यक है। हमें समाज में जागरूकता फैलानी चाहिए और हर व्यक्ति को प्लास्टिक मुक्त जीवन शैली अपनाने के लिए प्रेरित करना चाहिए।

आइए मिलकर एक स्वच्छ और स्वस्थ भारत का निर्माण करें।

साइबर सुरक्षा

साइबर सुरक्षा आज के डिजिटल युग में अत्यंत महत्वपूर्ण है। इंटरनेट और डिजिटल उपकरणों के बढ़ते उपयोग के साथ, साइबर हमलों का खतरा भी बढ़ गया है।

ये हमले व्यक्तिगत जानकारी, वित्तीय डेटा और संवेदनशील सरकारी सूचनाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

हमें अपने डेटा को सुरक्षित रखने के लिए मजबूत पासवर्ड, एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर, और दो-स्तरीय प्रमाणीकरण का उपयोग करना चाहिए। इसके अलावा, हमें संदिग्ध ईमेल और लिंक से बचना चाहिए और अपनी व्यक्तिगत जानकारी को ऑनलाइन साझा करने में सतर्क रहना चाहिए।

साइबर सुरक्षा जागरूकता से हम अपनी डिजिटल दुनिया को सुरक्षित बना सकते हैं और साइबर अपराधों से बच सकते हैं।

ई-शिक्षा

ई-शिक्षा ने शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति ला दी है। यह शिक्षण और सीखने की प्रक्रिया को अधिक सुलभ, प्रभावी और लचीला बनाता है।

ई-शिक्षा के माध्यम से छात्र कहीं भी और कभी भी पढ़ सकते हैं। डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म, ऑनलाइन पाठ्यक्रम, और वेबिनार ने ज्ञान की पहुंच को विस्तृत किया है।

कोविड-19 महामारी के दौरान, ई-शिक्षा ने शिक्षा को जारी रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। हालांकि, ई-शिक्षा के लिए अच्छे इंटरनेट कनेक्शन और तकनीकी साधनों की आवश्यकता होती है।

हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हर छात्र को ई-शिक्षा का लाभ मिले और इसके लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध हों। ई-शिक्षा भविष्य की शिक्षा प्रणाली का महत्वपूर्ण हिस्सा है।

कोरोना महामारी और उसके प्रभाव

कोरोना महामारी ने पूरे विश्व को गहराई से प्रभावित किया है। इस महामारी ने न केवल लाखों लोगों की जान ली, बल्कि अर्थव्यवस्था, शिक्षा, और समाज के हर पहलू पर भी गंभीर प्रभाव डाला है।

लॉकडाउन के दौरान, व्यवसाय बंद हुए, नौकरी छूट गई, और लोग अपने घरों में कैद हो गए। शिक्षा ऑनलाइन हो गई और डिजिटल विभाजन की समस्या उजागर हुई।

हालांकि, इस चुनौतीपूर्ण समय ने हमें स्वास्थ्य और स्वच्छता के महत्व को समझाया और विज्ञान एवं चिकित्सा के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण नवाचार किए। हमें मिलकर इस महामारी से सीखते हुए भविष्य के लिए तैयार रहना होगा।

वायु प्रदूषण

वायु प्रदूषण आज की सबसे गंभीर समस्याओं में से एक है। यह न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि मानव स्वास्थ्य पर भी गहरा प्रभाव डालता है। वाहनों का धुआं, औद्योगिक उत्सर्जन, और पराली जलाना वायु प्रदूषण के मुख्य कारण हैं।

वायु प्रदूषण से सांस की बीमारियाँ, हृदय रोग, और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियाँ हो सकती हैं।

हमें इसके निवारण के लिए ठोस कदम उठाने होंगे, जैसे सार्वजनिक परिवहन का उपयोग, हरियाली बढ़ाना, और उद्योगों में स्वच्छ तकनीकों को अपनाना।

स्वच्छ हवा में सांस लेना हमारा अधिकार है, और इसे सुरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी है। आइए, मिलकर वायु प्रदूषण के खिलाफ लड़ाई लड़ें।

सड़क सुरक्षा

सड़क सुरक्षा हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। हर साल हजारों लोग सड़क दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवाते हैं, जिसका मुख्य कारण लापरवाही और यातायात नियमों की अनदेखी है।

हमें हमेशा हेलमेट और सीट बेल्ट का उपयोग करना चाहिए, गति सीमा का पालन करना चाहिए, और मोबाइल फोन का उपयोग करते हुए गाड़ी नहीं चलानी चाहिए।

नशे में गाड़ी चलाना एक गंभीर अपराध है और इसे सख्ती से रोका जाना चाहिए। पैदल यात्रियों को भी सड़क पार करते समय सावधानी बरतनी चाहिए और ट्रैफिक सिग्नल का पालन करना चाहिए।

सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक रहकर हम अपने और दूसरों के जीवन को सुरक्षित रख सकते हैं।

खेलों में भारत

खेलों में भारत का गौरव बढ़ता जा रहा है। क्रिकेट, हॉकी, बैडमिंटन, कुश्ती, और मुक्केबाजी में हमारे खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया है।

ओलंपिक, एशियाई खेलों और कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत की भागीदारी और पदकों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है।

खिलाड़ियों की मेहनत, सरकार की योजनाएं, और खेल संस्थानों का सहयोग इस सफलता के प्रमुख कारण हैं।

नीरज चोपड़ा, पीवी सिंधु, साक्षी मलिक और मीराबाई चानू जैसे खिलाड़ियों ने युवा पीढ़ी को प्रेरित किया है।

खेलों में भारत की प्रगति हमारे देश को वैश्विक मंच पर नई ऊँचाइयों पर ले जा रही है। हमें इन खिलाड़ियों पर गर्व है।

विकासशील भारत (Developing India)

जनसंख्या नियंत्रण (Population Control)

भारतीय संस्कृति (Indian Culture)

समानता और न्याय (Equality and Justice)

प्रदूषण के कारण और निवारण (Causes and Remedies of Pollution)

आर्थिक सुधार (Economic Reforms)

डिजिटल भुगतान (Digital Payments)

स्टार्टअप इंडिया (Startup India)

नागरिकता संशोधन अधिनियम (Citizenship Amendment Act)

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ (Beti Bachao Beti Padhao)

शिक्षा का महत्व (Importance of Education)

युवाओं का योगदान (Contribution of Youth)

भारतीय संविधान (Indian Constitution)

गाँधीवादी सिद्धांत (Gandhian Principles)

समाज में भ्रष्टाचार (Corruption in Society)

स्मार्ट सिटीज़ (Smart Cities)

उज्ज्वला योजना (Ujjwala Yojana)

मनरेगा योजना (MNREGA Scheme)

वैज्ञानिक प्रगति (Scientific Progress)

भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम (Indian Space Program)

टेलीमेडिसिन (Telemedicine)

जनधन योजना (Jan Dhan Yojana)

परमाणु ऊर्जा (Nuclear Energy)

जीएसटी का प्रभाव (Impact of GST)

आर्थिक असमानता (Economic Inequality)

जल संरक्षण (Water Conservation)

राष्ट्रीय एकता (National Unity)

भारत और चीन के संबंध (India-China Relations)

सौर ऊर्जा (Solar Energy)

महिलाओं के खिलाफ हिंसा (Violence Against Women)

सांस्कृतिक विविधता (Cultural Diversity)

स्वास्थ्य बीमा (Health Insurance)

अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद (International Terrorism)

भारतीय फिल्म उद्योग (Indian Film Industry)

समुद्री सुरक्षा (Maritime Security)

भारत में बेरोजगारी (Unemployment in India)

हरित क्रांति (Green Revolution)

मानवाधिकार (Human Rights)

ट्रांसजेंडर अधिकार (Transgender Rights)

दूरदर्शन और आधुनिक मीडिया (Television and Modern Media)

भारतीय रेलवे (Indian Railways)

आधार कार्ड की भूमिका (Role of Aadhaar Card)

क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency)

ड्रोन टेक्नोलॉजी (Drone Technology)

स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति (State of Health Services)

अफगानिस्तान संकट (Afghanistan Crisis)

किसानों की आत्महत्या (Farmer Suicides)

स्मार्टफोन और बच्चों पर प्रभाव (Impact of Smartphones on Children)

भारत में शरणार्थी नीति (Refugee Policy in India)

सड़क परिवहन (Road Transport)

पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियाँ (Traditional Medical Practices)

डिजिटल मार्केटिंग (Digital Marketing)

हथकरघा उद्योग (Handloom Industry)

भारतीय संस्कृति और त्योहार (Indian Culture and Festivals)

निजीकरण (Privatization)

जल संकट के समाधान (Solutions to Water Crisis)

ई-वेस्ट प्रबंधन (E-Waste Management)

सामाजिक मीडिया का प्रभाव (Impact of Social Media)

डिजिटल साक्षरता (Digital Literacy)

मल्टीनेशनल कंपनियों का प्रभाव (Impact of Multinational Companies)

भारत में न्यायिक सुधार (Judicial Reforms in India)

भारतीय सेना (Indian Army)

उद्योग 4.0 (Industry 4.0)

एंटीबायोटिक प्रतिरोध (Antibiotic Resistance)

ग्लोबल वार्मिंग (Global Warming)

भारत में जैविक खेती (Organic Farming in India)

सहकारिता और समाज (Cooperatives and Society)

राष्ट्रीय सुरक्षा (National Security)

भारत की अर्थव्यवस्था (India’s Economy)

परमाणु हथियारों का प्रभाव (Impact of Nuclear Weapons)

कौशल विकास (Skill Development)

ई-कॉमर्स (E-Commerce)

शहरीकरण (Urbanization)

आविष्कार और नवाचार (Inventions and Innovations)

भारतीय भाषाएँ (Indian Languages)

रियल एस्टेट (Real Estate)

युवाओं में नशाखोरी (Drug Abuse Among Youth)

पेंशन योजनाएँ (Pension Schemes)

टेक्नोलॉजी और रोजगार (Technology and Employment)

ईंधन के दाम (Fuel Prices)

भारत की शिक्षा प्रणाली (India’s Education System)

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